WordPress Vs. BlogSpot: किसको और क्यों चुनें ? (फायदा और नुकसान )
क्या आपने भी अपना एक नया ब्लॉग बनाने का विचार कर लिया है? सबकुछ तो जान लिया अब इस बात को लेकर माथापच्ची शुरू हो गयी है कि ब्लॉगिंग किस platform पर शुरू करें, Wordpress या Blogger.
ये एक ऐसा प्रश्न है जहाँ आकर अक्सर blog शुरू करने को सोच रहे लोग confuse हो जाते है कि WordPress और Blogger Blogspot में से किसको चुनें?
Free blogging शुरू करें या hosting लिया जाए?
WordPress Vs. Blogger BlogSpot
इस निर्णय पर पहुँचने के लिए की WordPress और Blogger में से किसको चुनना है, free ब्लॉग बनाएँ या hosting खरीदें, इस बात पर पहले विचार करना पड़ेगा की blog क्यों बनाना चाहते हैं?
Purpose of Blogging
आमतौर पर ब्लॉगिंग के दो purpose होते है:
Purpose of Blogging
आमतौर पर ब्लॉगिंग के दो purpose होते है:
- शौकिया या time pass blogging
- Professional Blogging
शौकिया या Time Pass Blogging
इसके तहत लोगों की सोच ब्लॉग से पैसा कमाना नहीं बल्कि अपने शौक के लिए लिखना होता है। यही कारण है कि ऐसे blogger ज्यादा traffic कि तरफ भी ध्यान नहीं देते।
ऐसे लोग न तो SEO और न ही Backlink की तरफ ध्यान देते। organic search result से इनका कोई लेना-देना नहीं होता। Social media वगैरह के concern से जो कुछ traffic मिल जाता है, उसी में खुश रहते हैं।
Professional Blogging
ये वो होते है जो अपने ब्लॉग से पैसा कमाना चाहते है। या कहें की ब्लॉगिंग को अपना career बनाना चाहते है।
ब्लॉगिंग से पैसा कब कमा सकते हैं जब ब्लॉग पर ज्यादा से ज्यादा traffic होगा। एक अनुमान के मुताबिक किसी भी ब्लॉग पर पूरे traffic का 60% traffic organic traffic से आता है। Organic traffic यानि जो Google search से आता है।
ब्लॉग पर organic traffic कब आएगा जब ब्लॉग Google search में rank करेगा। यही कारण है कि bloggers अपने ब्लॉग को Google rank करवाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं।
इन हथकंडों में सबसे प्रमुख है अपने ब्लॉग का SEO करना। SEO जिसका full form होता है Search engine optimization. यानि blog को search इंजिन के हिसाब से optimize करना, ताकि google search में पहले page पर आ सके।
SEO एक ऐसा काम है जिसमें कई तरह के काम आ जाते है जैसे Backlink create करना, SEO friendly blog post लिखना, keyword reaserch करना, अपनी गलतियों को पहचान कर उसे दूर करना इत्यादि।
इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए ये जानना जरूरी हो जाता है कि हम Blogger और WordPress में से किसका चुनाव करें जिसमें ज्यादा से ज्यादा SEO करके अपने ब्लॉग को professional look किया जा सके और ज्यादा से ज्यादा पैसे कमाए जा सके।
Quality of Blog Platform
अब हम step by step WordPress और Blogger के नफा-नुकसान को समझेंगे, फिर आप खुद निर्णय कर सकते हैं कि WordPress Vs. Blogger में से क्या चुनना चाहिये ।
Overview - Blogger Vs. WordPress
कुछ भी comparision करने से पहले ये समझना जरूरी है कि Blogger और Wordpress क्या चीज है।
Blogger BlogSpot
सीधे-सीधे शब्दों में समझे तो Blogger Google के द्वारा provide किया गया free CMS (Content Management System) है, जिसपर आप free ब्लॉग बना सकते हैं।
कोई भी नया ब्लॉग बनाने के लिए ब्लॉग platform के अलावा हमें दो और चीज की आवश्यकता होती है। domain name और hosting.
Blogger platform पर हमें free का subdomain (domain name) मिल जाता है। Subdomain यानि आपके domain name के आगे blogger का name भी आएगा जैसे yourname.blogspot.com। Blogspot blogger का subdomain extension है। अगर हम चाहे तो अपना एक custom domain खरीदकर add कर सकते है जिससे domain name को professional look मिल सके।
Domain name के अलावा जो दूसरी चीज की हमे आवश्यकता होती है वो है website hosting. यानि internet पर space जिसमें हम नया ब्लॉग बना सकें। ये भी हमें blogger पर फ्री मिल जाता है।
WordPress
WordPress दो तरीके से उपलब्ध है। एक Wordpress.org के रूप में और दूसरा wordpress.com के रूप में।
WordPress.org पर काम करने के लिए हमें domain name और hosting खरीदना पड़ता है, जबकि wordpress.com Blogger की तरह फ्री है। Wordpress.com चूकी ब्लॉगर की तरह free है इसलिए इसपर मिलने वाली सुविधाएं सीमित है । Free ब्लॉगिंग में wordpress.com का प्रयोग
कम है। आगे जब मैं comparison में Wordpress की चर्चा करूँ तो Wordpress.org समझें।
Wordpress एक open source अपने आप में फ्री है लेकिन इसपर काम करने के लिए जैसा मैंने ऊपर बताया हमें domain name और होस्टिंग खरीदना पड़ता है।
चुकी ये दोनों चीजें यहाँ हम खरीदते हैं इसलिए इसपर हमारा पूरा कंट्रोल होता है। हम जो चाहें, जैसे चाहें customize कर लें। जबतक चाहें चलाएं, जब चाहें बंद कर दें। ये ऐसे ही है जैसे अपने business के लिए कोई दुकान खरीदते है और अपने हिसाब से सजाते हैं।
प्रयोग के मामले में पूरा सिस्टम draw and drop पर आधारित है इसलिए आसान है। वैसे नए blogger को जिनके पास technical knowledge नहीं है थोड़ा सा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इतना नहीं की काम न किया जा सके।
वैसे किसी प्रकार की technical समस्याओं से निजात पाने के लिए हमें कंपनी और comunity से help मिल जाता है।
Wordpress पर सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। हर तरह के customization के लिए सैकड़ों plugin मौजूद है जिसकी मदद से अपने ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा professional बनाया जा सके।
यहीं कारण है कि दुनियाँ में जितने भी CMS use होते है उसमें सबसे ज्यादा Wordpress ही use होते है। 30% से ज्यादा हिस्सेदारी WordPress की है। इसपर जैसा भी blog, website और E-commerce platform बनाना चाहें बना सकते हैं।
जैसा की आप ऊपर के इमेज में देख सकते है, user interest के मामले में Wordpress Blogger से काफी आगे है।
Ease Of Use: WordPress Vs. Blogger
आमतौर पर जो भी लोग ब्लॉगिंग शुरू करते हैं वो एक writer होते हैं। उनके पास ब्लॉग का technical knowledge नहीं होता। ऐसे में वो ऐसे प्लैटफ़ार्म पर काम करना पसंद करते है जिसपर काम करने में आसानी हो।
WordPress: Ease of use
Wordpress पर वैसे तो काम करना आसान है लेकिन इतना भी नहीं की कोई व्यक्ति एक ही बार में सबकुछ समझता चला जाए। किसी भी प्रकार की coding की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि सबकुछ drag and drop पर आधारित है। एक व्यक्ति को इतनी समझ जरूर होनी चाहिए की कैसे copy-paste करना है।
Wordpress पर काम करने के लिये wordpress के साथ और कई अन्य चीजें install करना पड़ता है। इसलिए अगर एक नये blogger को इन सब चीजों की knowledge है तो निश्चित रूप से काम करना आसान हो जाता है। अगर knowledge नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इतना कठिन भी नहीं। धीरे-धीरे खुद सीख जाएंगे।
Blogger: Ease of Use
Blogger एक आसान सा ब्लॉगिंग platform है जिसपर कोई भी काम कर सकता है। Simplicity के मामले में ये Wordpress से आगे है। ये एक ऐसा platform है जिसपर न तो कोई download करना पड़ता है न ही copy-paste। जो कुछ use करना है सब inbuilt है। बस क्लिक करके active करना है। यहीं कारण है कि कोई व्यक्ति जिसको कम्प्युटर का जीरो ज्ञान हो वो भी इसपर आसानी से ब्लॉग बना सकता है।
ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के लिए बस आपके पास एक gmail account होनी चाहिए। Blogger पर free में ब्लॉग कैसे बनाये इस लिंक के माध्यम से आसानी से नया ब्लॉग बना सकते हैं।
यहाँ एक ध्यान देनेवाली बात है कि अगर थीम मे कोई खास customization या अपने सुविधानुसार कोई अन्य बदलाव करना चाहते है तो html coding की आवश्यकता पड़ती है जबकि wordpress में ज़्यादातर काम के लिए plugins मौजूद है जिसकी सहायता से कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है।
विजेता: मामला बराबर का कह सकते है।
Ownership: Blogger Vs. WordPress
Blog का अधिकारिक मालिक कौन है?
WordPress

WordPress पर ब्लॉग बनाने के लिए हम Domain name और Hosting खरीदते हैं। इसलिए इसपर हमारा पूरा अधिकार होता है। हम चाहे जैसे मर्जी use करे। जो मर्जी लिखें, जैसे मर्जी customize करें, जीतने मर्जी plugins add कर ले, जब मर्ज़ी चाहे शुरू करे और जब मर्जी करे बंद कर दे।
यहाँ हम अपने ब्लॉग को host करने के लिए किसी hosting कंपनी को hire करते हैं। जिसके बदलें में तय की गई राशि सालाना देते है। इसलिए ब्लॉग पर हमारा पूरा अधिकार होता है। ब्लॉग पर जितना भी डाटा है वो हमारा है। हम जिसे चाहें share करे, जिसे चाहे न करे। होस्टिंग कंपनी चाहकर भी हमारे ब्लॉग पर किसी प्रकार का restriction नहीं लगा सकती न ही किसी बात के लिए टोक सकती है।
हम चाहे तो खराब सर्विस के लिए hosting कंपनी को टोक सकते है और जरूरत के हिसाब से जब चाहें कंपनी बदल सकते हैं।
Blogger

अगर ब्लॉग ब्लॉगर पर है तो हम अपने ब्लॉग के ओनर नहीं हैं। चुकी ब्लॉगर हमें domain name और hosting सबकुछ फ्री देता है, इसलिए हमारा किसी भी चीज पर अधिकार नहीं है।
यहाँ तक की हमने जो डाटा ब्लॉग पर डाला है वो भी हमारा नहीं है। हमने अगर ब्लॉग पर custom domain add कर रखा है फिर भी हमारा कोई कंट्रोल नहीं क्योंकि होस्टिंग ब्लॉगर का है और वो भी फ्री।
ये ऐसे ही है जैसे किसी ने हमें फ्री में कोई जगह दुकान दे दी, लेकिन कुछ restriction के साथ। चुकी जगह फ्री की है जब मर्जी जगह का मालिक दुकान वापिस ले ले।
यही कुछ हाल blogger ब्लॉग का है। इसमें कोई दो राय नहीं की ब्लॉगर पर फ्री इतना कुछ मिलता है जितना सोच भी नहीं सकते। कई अन्य फ्री domain provider हैं लेकिन ब्लॉगर के जितना कोई नहीं देता।
ब्लॉगर पर उतना ही tools या plugins का इस्तेमाल कर सकते है जितना ब्लॉगर पर उपलब्ध है। बाहरी किसी plugins का इस्तेमाल नहीं कर सकते। service बंद करने के मामले में गूगल का record इतना अच्छा नहीं है। जब ऐसी कोई सर्विस बंद करनी होती है तो ये दिन और तारीख नहीं देखता, और न ही कोई पूर्व सूचना देता है। Feed Burner और Google Plus इसका उदाहरण है।
ऐसे में मान लीजिये हमने कठिन परिश्रम करके एक ब्लॉग बनाया और जब फल मिलने का वक्त आया क्या पता गूगल इस सर्विस को ही बंद कर दें।
विजेता: WordPress
Plugins and Support: WordPress Vs. Blogger
किसी भी प्लैटफ़ार्म को use करने से पहले हमें ये जानना भी बेहद जरूरी है कि जरूरत के हिसाब से इसपर कितना सपोर्ट मिलता है।
WordPress
Wordpress पर हर तरह के customization के लिए सैकड़ों plugins मौजूद है। इसपर किसी भी काम को करने के लिए html code की आवश्यकता नहीं पड़ती।
इसके बावजूद अगर हमें customization में किसी भी प्रकार की सहायता की जरूरत पड़ती है तो WordPress कम्यूनिटी से हमें आसानी से help मिल जाती है। अगर ब्लॉग में होस्टिंग side से कोई दिक्कत है तो होस्टिंग कंपनी सपोर्ट करती है।
Blogger
ब्लॉगर पर हम कोई बाहरी plugin इस्तेमाल नहीं कर सकते। जितना ब्लॉगर ने दे रखा है उसी से काम चलाना पड़ता है।
अगर आप html के जानकार हैं, तब तो कुछ customization अपने स्तर पर कर सकते हैं अन्यथा जो है उससे संतोष करे।
बाहरी सपोर्ट के लिए community तो है लेकिन उतना स्ट्रोंग नहीं की हर तरह के समस्या का समाधान मिल ही जाए।
होस्टिंग के level पर अगर किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है तो गूगल की तरफ से कोई support नहीं मिलता क्योंकि यहाँ होस्टिंग फ्री मिला हुआ है।
विजेता: WordPress
Blog Design: WordPress Vs. Blogger
एक कहावत है "First impression is last impression". Customers को attract होने के लिए किसी चीज का बाहरी आवरण खास मायने रखती है।यही कारण है कि हर कंपनी अपने product के packaging पर खास ध्यान देती है
Design option in Blogger
Blogger में ब्लॉग बनाने के लिए theme बहुत ही सीमित मात्रा में उपलब्ध है। जो कुछ उपलब्ध है वो इतना simple है कि देख कर ही पता चल जाता है कि फ्री का है।
जब कोई visitor किसी site पर जाता है तो उसमें site पर टिकने में थीम एक अहम role निभाता है। यही वो चीज है जो सबसे पहले visitors को attract करता है।
इन Themes के colour और layout को अपने modify का ऑप्शन उपलब्ध है लेकिन इतना नहीं की professional लुक दिया जा सके।
कुछ non-official themes उपलब्ध है लेकिन उनकी भी क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होती की maas of visitors को attract कर सके।
यहीं कारण है कि अगर visitors ऐसे sites पर चले भी जाते हैं तो look और design के कारण जल्दी वापस हो जाते है जिसका परिणाम होता है कि blogger site का bounce rate ज्यादा होता है।
Blog Design Option in WordPress
इस मामले में WordPress Blogger से कई कदम आगे है। इसमें एक से बढ़कर एक हजारों themes उपलब्ध है।

यहाँ हर तरह के ब्लॉग के लिए themes उपलब्ध है। आप अपने पसंद के हिसाब से चुन सकते है। इसके अलावा इसको अपने हिसाब से customize भी कर सकते है, जिसके लिए किसी coding कि आवश्यकता नहीं होती।
इन सबके अलावा अगर अपने ब्लॉग को ज्यादा प्रॉफेश्नल बनाना चाहते है और चाहते है कि हमारा ब्लॉग सबसे अलग दिखे तो कई company है जो WordPress के लिए theme बनाकर देती है।
आप एक तयशुदा कीमत चुकाकर अपने हिसाब से थीम बनवा सकते है।
SEO और Adsense के मामले में theme भी एक अहम role निभाता है जिसपर WordPress खड़ा उतरता है।
विजेता: WordPress
Reputation: WordPress Vs. Blogger
इज्जत भी कोई चीज है, वो कहाँ मिलेगी?
WordPress

आपका अपना एक ब्लॉग या website है जिसका domain name है yourname.com निश्चित रूप से समाज में आपकी इज्जत बढ़ती है।
लोग आपसे जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। कैसे बनाया, कितना खर्चा आया, क्या-क्या करना पड़ता है इत्यादि।
Blogger
Blogger के मामले में ठीक उल्टे होते हैं। अगर आप किसी को बताते हैं आपने एक ब्लॉग बनाया है जिसका domain name है yourname.blogspot.com जैसे ही वो बीच में blogspot को घुसा हुआ देखते हैं समझ जाते हैं फ्री का है और मुंह फेर लेते है।
ऐसे फ्री के ब्लॉग पर content कितना भी अच्छा डाल दें लोग पढ़ने की इच्छा नहीं रखते। यही कारण है की ऐसे ब्लॉग जब कभी गूगल सर्च में आते भी है readers क्लिक न के बराबर करते हैं।
Link building के लिए अगर किसी दूसरे के site पर लिंक डालते है तो दूसरे ब्लॉगर spammer मान लेते है। दो-चार सौ खर्च कर अगर custom domain दाल दें तो कुछ हद तक reputation को बचाया जा सकता है।
विजेता: WordPress
Security: WordPress Vs. Blogger

जैसे किसी घर की सुरक्षा जरूरी होती है वैसे ही ब्लॉग या website की सुरक्षा जरूरी होती है।
WordPress
Wordpress तो अपने आप में secure है लेकिन आपका ब्लॉग self hosted है इसलिए इसकी sucurity की ज़िम्मेदारी आपकी खुद की होती है।
कई बार hackers वैबसाइट पर अटैक कर अपने कब्जे में ले लेते है फिर फिरौती की मांग करते है। कई बार सर्वर crash होने के कारण पूरा ब्लॉग crash होने के खतरा उत्पन्न हो जाता है, इससे बचने के लिए daily या एक नियत समय पर पूरे website का backup लेना पड़ता है ताकि किसी विषम परिस्थिति से बचा जा सके।
वैसे तो होस्टिंग खरीदते वक्त होस्टिंग कंपनी हमें साथ में security प्लान ऑफर करती है और कई बार हमें अलग से खरीदना पड़ता है।
Blogger
यहाँ चुकी होस्टिंग Google की है इसलिए security भी उसी की होती है। इसपर वो खड़ा भी उतरता है। Blogger पर हम security के मामले में चिंता मुक्त रहते हैं। यही कारण है कि ब्लॉगर पर backup की आवश्यकता नहीं पड़ती।
Hackers की तरफ से यहाँ खतरा न के बराबर रहता है। इसका प्रमुख कारण है एक google की high security और दूसरा hackers भी शायद सोचते है कि फ्री ब्लॉग serious लोग नहीं बनाते, इसलिए इसपर कोई महत्वपूर्ण डाटा नहीं मिलेगा।
ब्लॉगर पर सबसे बड़ा खतरा गूगल खुद है। इसका कारण है आप ब्लॉगर पर अपने ब्लॉग का कोई backup नहीं रखते। अगर एकदिन अचानक गूगल ने इस service को बंद कर दिया तो आपके हाथ कुछ नहीं बचता है।
विजेता: मामला बराबरी का है।
Portability: WordPress Vs. Blogger
किसी भी platform को चुनने से पहले इस बात का भी विचार किया जाना जरूरी है कि अगर भविष्य में ज़रूरत पड़ी तो क्या हम अपने ब्लॉग को किसी अन्य जगह move कर सकते हैं।
WordPress
अगर हमारा ब्लॉग wordpress पर है और हम चाहते है कि हम अपनी होस्टिंग कंपनी बदलें या domain name बदलें, ये काम हम बड़े ही आराम से कर सकते है।
इससे न तो blog के SEO पर फर्क पड़ता है और न ही ट्रेफिक पर।
हम जब चाहें अपने ब्लॉग को WordPress से किसी अन्य CMS पर भी move कर सकते हैं।
Blogger
अगर हम अपने ब्लॉग को ब्लॉगर से WordPress पर ले जाना चाहते है तो ये एक कठिन कार्य है।
ब्लॉगर हमें ये सुविधा देता है कि हम अपने ब्लॉग को किसी अन्य CMS पर ले जाए लेकिन इसमें organic traffic पर असर पड़ता है। Google ranking गिरता है और subscribers जाने का खतरा रहता है।
विजेता: WordPress
Pricing: WordPress Vs. Blogger
किसी service की बात करें और price की बात न हो भला ये कैसे हो सकता है। सारा का सारा मामला आखिरकार यहीं आकार अटकता है।
Blogger
ब्लॉगर पर सबकुछ फ्री है। चाहे तो zero cost से शुरू कर सकते है। बहुत इच्छा हो तो दो-चार सौ खर्च कर एक domain name ले सकते है। चुकी होस्टिंग यहाँ फ्री है और कोई बाहरी plugin add नहीं कर सकते, इसलिए कहीं कोई खर्च नहीं है।
ये बात भी नहीं है कि सबकुछ फ्री है तो ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाना फालतू है या सफल नहीं हो सकते। ऐसे भी लोग है जो ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाकर मेहनत करके सफल हैं। ये अलग बात है कि WordPress जितनी सफलता यहाँ नहीं मिल सकती क्योकि यहाँ SEO के कम option है।
WordPress
Wordpress अपने आप में फ्री है लेकिन इसपर काम करने के लिए कम से कम हमें दो चीज खरीदनी पड़ती है, Domain name और Web Hosting.
अक्सर companies hosting के साथ domain name फ्री देती है या price साथ जुड़ा होता है।
अगर खर्चे की बात की जाए तो इन दोनों चीजों पर सालाना तीन से पाँच हजार का खर्चा आ जाता है।
वैसे तो WordPress पर सैकड़ों थीम और plugin मुफ्त उपलब्ध है लेकिन हम चाहें तो अपने जरूरत के हिसाब से खरीद भी सकते है। जैसे-जैसे हम extra facilities खरीदते हैं खर्चा बढ़ता जाता है।
हम जितनी ज्यादा चीजों पर खर्चा करते हैं हमारा ब्लॉग professional बनता है और कमाई के उतने ही chance बढ़ जाते है।
विजेता: Blogger
Adsense: WordPress Vs. Blogger
अगर हम professional ब्लॉगिंग की बात करते है तो ये देखना भी जरूरी है कि कमाई के लिए कौन सा प्लैटफ़ार्म सही हैं।

WordPress
चूकी wordpress पर हम मनचाहा plugins की सहायता से अच्छे से अच्छा SEO कर ज्यादा से ज्यादा traffic attract कर सकते है, जिससे हमारी कमाई की संभावना बढ़ जाती है।
वहीं इसपर adsense approval के लिए किसी प्रकार की जद्दो-जहद की जरूरत नहीं पड़ती। जब चाहें adsense approval ले लें जिसके माध्याम से कमाई का जरिया बनता है।
Blogger
इस मामले में blogger का हिसाब थोड़ा गरबड़ है। पहले ऐसा नहीं था लेकिन समय के साथ blogger पर adsense approval के नियम गूगल हार्ड करता चला गया।
चूकी Blogger पर बनाए गए ब्लॉग पर हमारा कोई अधिकार नहीं होता बल्कि गूगल का अधिकार होता है इसलिए adsense approval Google के रहमों करम पर निर्भर करता है।
अभी वर्तमान व्यवस्था में ब्लॉग पर 30 पोस्ट होंगे, तथा ब्लॉग कम से कम 6 महिने पुराना होगा तभी adsense approval मिलेगा। कल को जाके नियम और सख्त हो जाए तो कह नहीं सकते।
दूसरी तरफ traffic के मामले में चूकी ये Wordpress से पिछड़ जाता है तो स्वाभाविक है कमाई कम होगी।
यहीं कारण है कि professional blogger wordpress को preffer करते हैं।
विजेता: WordPress
Quality of Blog Platform
इससे पहले की हम कोई comparison करें, हमें उन बिन्दुओं पर एकबार विचार करना होगा की हमें एक blog platform पर क्या सुविधाएं चाहिये ।
⇒ Ease of Use: हमें एक ऐसा platform चाहिए जो use करने में आसान हो। आसानी से setup हो जाए, आसानी से content डाल सकें और readers base बढ़ा सकें।
⇒ Flexibility: एक ऐसा platform चाहिए जिसपर आसानी से features और resources upload कर ज्यादा से ज्यादा ग्रो किया जा सके।
⇒Monetization: अगर ब्लॉग professional मकसद से यानि पैसा कमाने की दृष्टि से बनाया जा रहा है तो निश्चित रूप से ये देखना जरूरी हो जाता है कि पैसा कमाने का scope किस platform पर ज्यादा है।
⇒ Support: जब हम ब्लॉग create करते है या manage करते है तो निश्चित रूप से हमे बीच-बीच में सपोर्ट कि जरूरत होती है। इसलिए ये देखना जरूरी है कि हम जिस platform का use करने जा रहे हैं उसमें company का कितना सपोर्ट है।
Table of Contents: WordPress Vs. Blogger
- Overview: WordPress Vs. Blogger
- Ease Of Use
- Ownership
- Plugins and Support
- Blog Design
- Reputation
- Security
- Portability
- Pricing
- Adsense
- Conclusion
Overview - Blogger Vs. WordPress
कुछ भी comparision करने से पहले ये समझना जरूरी है कि Blogger और Wordpress क्या चीज है।
Blogger BlogSpot
सीधे-सीधे शब्दों में समझे तो Blogger Google के द्वारा provide किया गया free CMS (Content Management System) है, जिसपर आप free ब्लॉग बना सकते हैं।
कोई भी नया ब्लॉग बनाने के लिए ब्लॉग platform के अलावा हमें दो और चीज की आवश्यकता होती है। domain name और hosting.
Blogger platform पर हमें free का subdomain (domain name) मिल जाता है। Subdomain यानि आपके domain name के आगे blogger का name भी आएगा जैसे yourname.blogspot.com। Blogspot blogger का subdomain extension है। अगर हम चाहे तो अपना एक custom domain खरीदकर add कर सकते है जिससे domain name को professional look मिल सके।
Domain name के अलावा जो दूसरी चीज की हमे आवश्यकता होती है वो है website hosting. यानि internet पर space जिसमें हम नया ब्लॉग बना सकें। ये भी हमें blogger पर फ्री मिल जाता है।
WordPress
WordPress दो तरीके से उपलब्ध है। एक Wordpress.org के रूप में और दूसरा wordpress.com के रूप में।
WordPress.org पर काम करने के लिए हमें domain name और hosting खरीदना पड़ता है, जबकि wordpress.com Blogger की तरह फ्री है। Wordpress.com चूकी ब्लॉगर की तरह free है इसलिए इसपर मिलने वाली सुविधाएं सीमित है । Free ब्लॉगिंग में wordpress.com का प्रयोग
कम है। आगे जब मैं comparison में Wordpress की चर्चा करूँ तो Wordpress.org समझें।
Wordpress एक open source अपने आप में फ्री है लेकिन इसपर काम करने के लिए जैसा मैंने ऊपर बताया हमें domain name और होस्टिंग खरीदना पड़ता है।
चुकी ये दोनों चीजें यहाँ हम खरीदते हैं इसलिए इसपर हमारा पूरा कंट्रोल होता है। हम जो चाहें, जैसे चाहें customize कर लें। जबतक चाहें चलाएं, जब चाहें बंद कर दें। ये ऐसे ही है जैसे अपने business के लिए कोई दुकान खरीदते है और अपने हिसाब से सजाते हैं।
प्रयोग के मामले में पूरा सिस्टम draw and drop पर आधारित है इसलिए आसान है। वैसे नए blogger को जिनके पास technical knowledge नहीं है थोड़ा सा मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इतना नहीं की काम न किया जा सके।
वैसे किसी प्रकार की technical समस्याओं से निजात पाने के लिए हमें कंपनी और comunity से help मिल जाता है।
Wordpress पर सुविधाओं की कोई कमी नहीं है। हर तरह के customization के लिए सैकड़ों plugin मौजूद है जिसकी मदद से अपने ब्लॉग को ज्यादा से ज्यादा professional बनाया जा सके।
यहीं कारण है कि दुनियाँ में जितने भी CMS use होते है उसमें सबसे ज्यादा Wordpress ही use होते है। 30% से ज्यादा हिस्सेदारी WordPress की है। इसपर जैसा भी blog, website और E-commerce platform बनाना चाहें बना सकते हैं।

जैसा की आप ऊपर के इमेज में देख सकते है, user interest के मामले में Wordpress Blogger से काफी आगे है।
Ease Of Use: WordPress Vs. Blogger
आमतौर पर जो भी लोग ब्लॉगिंग शुरू करते हैं वो एक writer होते हैं। उनके पास ब्लॉग का technical knowledge नहीं होता। ऐसे में वो ऐसे प्लैटफ़ार्म पर काम करना पसंद करते है जिसपर काम करने में आसानी हो।
WordPress: Ease of use
Wordpress पर वैसे तो काम करना आसान है लेकिन इतना भी नहीं की कोई व्यक्ति एक ही बार में सबकुछ समझता चला जाए। किसी भी प्रकार की coding की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि सबकुछ drag and drop पर आधारित है। एक व्यक्ति को इतनी समझ जरूर होनी चाहिए की कैसे copy-paste करना है।
Wordpress पर काम करने के लिये wordpress के साथ और कई अन्य चीजें install करना पड़ता है। इसलिए अगर एक नये blogger को इन सब चीजों की knowledge है तो निश्चित रूप से काम करना आसान हो जाता है। अगर knowledge नहीं है तो घबराने की जरूरत नहीं है। इतना कठिन भी नहीं। धीरे-धीरे खुद सीख जाएंगे।
Blogger: Ease of Use
Blogger एक आसान सा ब्लॉगिंग platform है जिसपर कोई भी काम कर सकता है। Simplicity के मामले में ये Wordpress से आगे है। ये एक ऐसा platform है जिसपर न तो कोई download करना पड़ता है न ही copy-paste। जो कुछ use करना है सब inbuilt है। बस क्लिक करके active करना है। यहीं कारण है कि कोई व्यक्ति जिसको कम्प्युटर का जीरो ज्ञान हो वो भी इसपर आसानी से ब्लॉग बना सकता है।
ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाने के लिए बस आपके पास एक gmail account होनी चाहिए। Blogger पर free में ब्लॉग कैसे बनाये इस लिंक के माध्यम से आसानी से नया ब्लॉग बना सकते हैं।
यहाँ एक ध्यान देनेवाली बात है कि अगर थीम मे कोई खास customization या अपने सुविधानुसार कोई अन्य बदलाव करना चाहते है तो html coding की आवश्यकता पड़ती है जबकि wordpress में ज़्यादातर काम के लिए plugins मौजूद है जिसकी सहायता से कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है।
विजेता: मामला बराबर का कह सकते है।
Ownership: Blogger Vs. WordPress
Blog का अधिकारिक मालिक कौन है?
WordPress

WordPress पर ब्लॉग बनाने के लिए हम Domain name और Hosting खरीदते हैं। इसलिए इसपर हमारा पूरा अधिकार होता है। हम चाहे जैसे मर्जी use करे। जो मर्जी लिखें, जैसे मर्जी customize करें, जीतने मर्जी plugins add कर ले, जब मर्ज़ी चाहे शुरू करे और जब मर्जी करे बंद कर दे।
यहाँ हम अपने ब्लॉग को host करने के लिए किसी hosting कंपनी को hire करते हैं। जिसके बदलें में तय की गई राशि सालाना देते है। इसलिए ब्लॉग पर हमारा पूरा अधिकार होता है। ब्लॉग पर जितना भी डाटा है वो हमारा है। हम जिसे चाहें share करे, जिसे चाहे न करे। होस्टिंग कंपनी चाहकर भी हमारे ब्लॉग पर किसी प्रकार का restriction नहीं लगा सकती न ही किसी बात के लिए टोक सकती है।
हम चाहे तो खराब सर्विस के लिए hosting कंपनी को टोक सकते है और जरूरत के हिसाब से जब चाहें कंपनी बदल सकते हैं।
Blogger

अगर ब्लॉग ब्लॉगर पर है तो हम अपने ब्लॉग के ओनर नहीं हैं। चुकी ब्लॉगर हमें domain name और hosting सबकुछ फ्री देता है, इसलिए हमारा किसी भी चीज पर अधिकार नहीं है।
यहाँ तक की हमने जो डाटा ब्लॉग पर डाला है वो भी हमारा नहीं है। हमने अगर ब्लॉग पर custom domain add कर रखा है फिर भी हमारा कोई कंट्रोल नहीं क्योंकि होस्टिंग ब्लॉगर का है और वो भी फ्री।
ये ऐसे ही है जैसे किसी ने हमें फ्री में कोई जगह दुकान दे दी, लेकिन कुछ restriction के साथ। चुकी जगह फ्री की है जब मर्जी जगह का मालिक दुकान वापिस ले ले।
यही कुछ हाल blogger ब्लॉग का है। इसमें कोई दो राय नहीं की ब्लॉगर पर फ्री इतना कुछ मिलता है जितना सोच भी नहीं सकते। कई अन्य फ्री domain provider हैं लेकिन ब्लॉगर के जितना कोई नहीं देता।
ब्लॉगर पर उतना ही tools या plugins का इस्तेमाल कर सकते है जितना ब्लॉगर पर उपलब्ध है। बाहरी किसी plugins का इस्तेमाल नहीं कर सकते। service बंद करने के मामले में गूगल का record इतना अच्छा नहीं है। जब ऐसी कोई सर्विस बंद करनी होती है तो ये दिन और तारीख नहीं देखता, और न ही कोई पूर्व सूचना देता है। Feed Burner और Google Plus इसका उदाहरण है।
ऐसे में मान लीजिये हमने कठिन परिश्रम करके एक ब्लॉग बनाया और जब फल मिलने का वक्त आया क्या पता गूगल इस सर्विस को ही बंद कर दें।
विजेता: WordPress
Plugins and Support: WordPress Vs. Blogger
किसी भी प्लैटफ़ार्म को use करने से पहले हमें ये जानना भी बेहद जरूरी है कि जरूरत के हिसाब से इसपर कितना सपोर्ट मिलता है।
WordPress
Wordpress पर हर तरह के customization के लिए सैकड़ों plugins मौजूद है। इसपर किसी भी काम को करने के लिए html code की आवश्यकता नहीं पड़ती।
इसके बावजूद अगर हमें customization में किसी भी प्रकार की सहायता की जरूरत पड़ती है तो WordPress कम्यूनिटी से हमें आसानी से help मिल जाती है। अगर ब्लॉग में होस्टिंग side से कोई दिक्कत है तो होस्टिंग कंपनी सपोर्ट करती है।
Blogger
ब्लॉगर पर हम कोई बाहरी plugin इस्तेमाल नहीं कर सकते। जितना ब्लॉगर ने दे रखा है उसी से काम चलाना पड़ता है।
अगर आप html के जानकार हैं, तब तो कुछ customization अपने स्तर पर कर सकते हैं अन्यथा जो है उससे संतोष करे।
बाहरी सपोर्ट के लिए community तो है लेकिन उतना स्ट्रोंग नहीं की हर तरह के समस्या का समाधान मिल ही जाए।
होस्टिंग के level पर अगर किसी प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है तो गूगल की तरफ से कोई support नहीं मिलता क्योंकि यहाँ होस्टिंग फ्री मिला हुआ है।
विजेता: WordPress
Blog Design: WordPress Vs. Blogger
एक कहावत है "First impression is last impression". Customers को attract होने के लिए किसी चीज का बाहरी आवरण खास मायने रखती है।यही कारण है कि हर कंपनी अपने product के packaging पर खास ध्यान देती है
Design option in Blogger
Blogger में ब्लॉग बनाने के लिए theme बहुत ही सीमित मात्रा में उपलब्ध है। जो कुछ उपलब्ध है वो इतना simple है कि देख कर ही पता चल जाता है कि फ्री का है।
जब कोई visitor किसी site पर जाता है तो उसमें site पर टिकने में थीम एक अहम role निभाता है। यही वो चीज है जो सबसे पहले visitors को attract करता है।
इन Themes के colour और layout को अपने modify का ऑप्शन उपलब्ध है लेकिन इतना नहीं की professional लुक दिया जा सके।
कुछ non-official themes उपलब्ध है लेकिन उनकी भी क्वालिटी इतनी अच्छी नहीं होती की maas of visitors को attract कर सके।
यहीं कारण है कि अगर visitors ऐसे sites पर चले भी जाते हैं तो look और design के कारण जल्दी वापस हो जाते है जिसका परिणाम होता है कि blogger site का bounce rate ज्यादा होता है।
Blog Design Option in WordPress
इस मामले में WordPress Blogger से कई कदम आगे है। इसमें एक से बढ़कर एक हजारों themes उपलब्ध है।

यहाँ हर तरह के ब्लॉग के लिए themes उपलब्ध है। आप अपने पसंद के हिसाब से चुन सकते है। इसके अलावा इसको अपने हिसाब से customize भी कर सकते है, जिसके लिए किसी coding कि आवश्यकता नहीं होती।
इन सबके अलावा अगर अपने ब्लॉग को ज्यादा प्रॉफेश्नल बनाना चाहते है और चाहते है कि हमारा ब्लॉग सबसे अलग दिखे तो कई company है जो WordPress के लिए theme बनाकर देती है।
आप एक तयशुदा कीमत चुकाकर अपने हिसाब से थीम बनवा सकते है।
SEO और Adsense के मामले में theme भी एक अहम role निभाता है जिसपर WordPress खड़ा उतरता है।
विजेता: WordPress
Reputation: WordPress Vs. Blogger
इज्जत भी कोई चीज है, वो कहाँ मिलेगी?
WordPress

आपका अपना एक ब्लॉग या website है जिसका domain name है yourname.com निश्चित रूप से समाज में आपकी इज्जत बढ़ती है।
लोग आपसे जानकारी लेने की कोशिश करते हैं। कैसे बनाया, कितना खर्चा आया, क्या-क्या करना पड़ता है इत्यादि।
Blogger
Blogger के मामले में ठीक उल्टे होते हैं। अगर आप किसी को बताते हैं आपने एक ब्लॉग बनाया है जिसका domain name है yourname.blogspot.com जैसे ही वो बीच में blogspot को घुसा हुआ देखते हैं समझ जाते हैं फ्री का है और मुंह फेर लेते है।
ऐसे फ्री के ब्लॉग पर content कितना भी अच्छा डाल दें लोग पढ़ने की इच्छा नहीं रखते। यही कारण है की ऐसे ब्लॉग जब कभी गूगल सर्च में आते भी है readers क्लिक न के बराबर करते हैं।
Link building के लिए अगर किसी दूसरे के site पर लिंक डालते है तो दूसरे ब्लॉगर spammer मान लेते है। दो-चार सौ खर्च कर अगर custom domain दाल दें तो कुछ हद तक reputation को बचाया जा सकता है।
विजेता: WordPress
Security: WordPress Vs. Blogger

जैसे किसी घर की सुरक्षा जरूरी होती है वैसे ही ब्लॉग या website की सुरक्षा जरूरी होती है।
WordPress
Wordpress तो अपने आप में secure है लेकिन आपका ब्लॉग self hosted है इसलिए इसकी sucurity की ज़िम्मेदारी आपकी खुद की होती है।
कई बार hackers वैबसाइट पर अटैक कर अपने कब्जे में ले लेते है फिर फिरौती की मांग करते है। कई बार सर्वर crash होने के कारण पूरा ब्लॉग crash होने के खतरा उत्पन्न हो जाता है, इससे बचने के लिए daily या एक नियत समय पर पूरे website का backup लेना पड़ता है ताकि किसी विषम परिस्थिति से बचा जा सके।
वैसे तो होस्टिंग खरीदते वक्त होस्टिंग कंपनी हमें साथ में security प्लान ऑफर करती है और कई बार हमें अलग से खरीदना पड़ता है।
Blogger
यहाँ चुकी होस्टिंग Google की है इसलिए security भी उसी की होती है। इसपर वो खड़ा भी उतरता है। Blogger पर हम security के मामले में चिंता मुक्त रहते हैं। यही कारण है कि ब्लॉगर पर backup की आवश्यकता नहीं पड़ती।
Hackers की तरफ से यहाँ खतरा न के बराबर रहता है। इसका प्रमुख कारण है एक google की high security और दूसरा hackers भी शायद सोचते है कि फ्री ब्लॉग serious लोग नहीं बनाते, इसलिए इसपर कोई महत्वपूर्ण डाटा नहीं मिलेगा।
ब्लॉगर पर सबसे बड़ा खतरा गूगल खुद है। इसका कारण है आप ब्लॉगर पर अपने ब्लॉग का कोई backup नहीं रखते। अगर एकदिन अचानक गूगल ने इस service को बंद कर दिया तो आपके हाथ कुछ नहीं बचता है।
विजेता: मामला बराबरी का है।
Portability: WordPress Vs. Blogger

WordPress
अगर हमारा ब्लॉग wordpress पर है और हम चाहते है कि हम अपनी होस्टिंग कंपनी बदलें या domain name बदलें, ये काम हम बड़े ही आराम से कर सकते है।
इससे न तो blog के SEO पर फर्क पड़ता है और न ही ट्रेफिक पर।
हम जब चाहें अपने ब्लॉग को WordPress से किसी अन्य CMS पर भी move कर सकते हैं।
Blogger
अगर हम अपने ब्लॉग को ब्लॉगर से WordPress पर ले जाना चाहते है तो ये एक कठिन कार्य है।
ब्लॉगर हमें ये सुविधा देता है कि हम अपने ब्लॉग को किसी अन्य CMS पर ले जाए लेकिन इसमें organic traffic पर असर पड़ता है। Google ranking गिरता है और subscribers जाने का खतरा रहता है।
विजेता: WordPress
Pricing: WordPress Vs. Blogger
किसी service की बात करें और price की बात न हो भला ये कैसे हो सकता है। सारा का सारा मामला आखिरकार यहीं आकार अटकता है।
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Blogger
ब्लॉगर पर सबकुछ फ्री है। चाहे तो zero cost से शुरू कर सकते है। बहुत इच्छा हो तो दो-चार सौ खर्च कर एक domain name ले सकते है। चुकी होस्टिंग यहाँ फ्री है और कोई बाहरी plugin add नहीं कर सकते, इसलिए कहीं कोई खर्च नहीं है।
ये बात भी नहीं है कि सबकुछ फ्री है तो ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाना फालतू है या सफल नहीं हो सकते। ऐसे भी लोग है जो ब्लॉगर पर ब्लॉग बनाकर मेहनत करके सफल हैं। ये अलग बात है कि WordPress जितनी सफलता यहाँ नहीं मिल सकती क्योकि यहाँ SEO के कम option है।
WordPress
Wordpress अपने आप में फ्री है लेकिन इसपर काम करने के लिए कम से कम हमें दो चीज खरीदनी पड़ती है, Domain name और Web Hosting.
अक्सर companies hosting के साथ domain name फ्री देती है या price साथ जुड़ा होता है।
अगर खर्चे की बात की जाए तो इन दोनों चीजों पर सालाना तीन से पाँच हजार का खर्चा आ जाता है।
वैसे तो WordPress पर सैकड़ों थीम और plugin मुफ्त उपलब्ध है लेकिन हम चाहें तो अपने जरूरत के हिसाब से खरीद भी सकते है। जैसे-जैसे हम extra facilities खरीदते हैं खर्चा बढ़ता जाता है।
हम जितनी ज्यादा चीजों पर खर्चा करते हैं हमारा ब्लॉग professional बनता है और कमाई के उतने ही chance बढ़ जाते है।
विजेता: Blogger
Adsense: WordPress Vs. Blogger
अगर हम professional ब्लॉगिंग की बात करते है तो ये देखना भी जरूरी है कि कमाई के लिए कौन सा प्लैटफ़ार्म सही हैं।

WordPress
चूकी wordpress पर हम मनचाहा plugins की सहायता से अच्छे से अच्छा SEO कर ज्यादा से ज्यादा traffic attract कर सकते है, जिससे हमारी कमाई की संभावना बढ़ जाती है।
वहीं इसपर adsense approval के लिए किसी प्रकार की जद्दो-जहद की जरूरत नहीं पड़ती। जब चाहें adsense approval ले लें जिसके माध्याम से कमाई का जरिया बनता है।
Blogger
इस मामले में blogger का हिसाब थोड़ा गरबड़ है। पहले ऐसा नहीं था लेकिन समय के साथ blogger पर adsense approval के नियम गूगल हार्ड करता चला गया।
चूकी Blogger पर बनाए गए ब्लॉग पर हमारा कोई अधिकार नहीं होता बल्कि गूगल का अधिकार होता है इसलिए adsense approval Google के रहमों करम पर निर्भर करता है।
अभी वर्तमान व्यवस्था में ब्लॉग पर 30 पोस्ट होंगे, तथा ब्लॉग कम से कम 6 महिने पुराना होगा तभी adsense approval मिलेगा। कल को जाके नियम और सख्त हो जाए तो कह नहीं सकते।
दूसरी तरफ traffic के मामले में चूकी ये Wordpress से पिछड़ जाता है तो स्वाभाविक है कमाई कम होगी।
यहीं कारण है कि professional blogger wordpress को preffer करते हैं।
विजेता: WordPress
Conclusion
इतना सब पढ़ने के बाद आप समझ गये होंगे कि WordPress vs. Blogger में से कौन सा अच्छा है, क्यों professinal blogger wordPress को पसंद करते हैं और आपको क्या करना चाहिये।
सुविधाओं के मामले में अगर कुछ points को छोड़ दिया जाय तो WordPress Blogger से बहुत आगे है। इसके बावजूद हम blogger के महत्व को नकार नहीं सकते।
ब्लॉगिंग में सफल होने के लिए एक लंबा वक्त लगता है। इसमें एक-आध साल कमाई का कोई चान्स नहीं होता। कुछ महीने तो हमें सीखने में निकल जाता है। ऐसे में अगर शुरू से ही हमने Wordpress पर पैसा खर्च कर दिया तो हो सकता है कि कुछ दिनो बाद ये खर्च हमें अखरने लगे।
मेरे हिसाब से जो best option है शुरुआत Blogger पर किया जाय। जब कुछ दिन काम करने के बाद हमें ब्लॉगिंग कि समझ आ जाय और ब्लॉग पर कुछ contents इकट्ठा हो जाय फिर wordpress पर move कर लिया जाय।
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